tag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post4361143326750435836..comments2023-10-29T13:05:28.570+05:30Comments on ठुमरी: एक ठुमरी सेक्सोफ़ोन पर....VIMAL VERMAhttp://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-59822029838539776492008-05-14T21:46:00.000+05:302008-05-14T21:46:00.000+05:30आहा... विदेशी वाद्ययंत्र पर राग भैरवी! शब्द नहीं ह...आहा... विदेशी वाद्ययंत्र पर राग भैरवी! शब्द नहीं है कहने के लिये। बस मन झूम रहा है<BR/>टिप्पणी इतनी ही लिखेंगे, ठुमरी सुनने में डिस्टर्ब हो रहा है।<BR/>:) :)सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-74998219493339498522008-05-12T21:41:00.000+05:302008-05-12T21:41:00.000+05:30सदा सुहागन भैरवी सुनकर मज़ा आ गया विमल भाई. इस दुर्...सदा सुहागन भैरवी सुनकर मज़ा आ गया विमल भाई. इस दुर्लभ वाद्य का प्रयोग दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत में होता है और वहाँ यह वाद्य बहुत लोकप्रिय है..उत्तर भारत में यह कम ही सुनने को मिलता है ...हाँ फ़िल्म संगीत के आयोजनों में ज़रूर सैक्सोफ़ोन सुनाई दे जाता है. ...इस महफ़िल की मेज़बानी के लिये शुक्रिया.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-45874094414018655432008-05-11T11:47:00.000+05:302008-05-11T11:47:00.000+05:30Bahut hi Badhiya Tumari Sunane ka Aanand aaya kai...Bahut hi Badhiya Tumari Sunane ka Aanand aaya kai varshon baad. Pallav tum vakai Badhai ke patra ho.Vasant BudhkarAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/03095676555357271144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-558275690879875042008-05-10T23:28:00.000+05:302008-05-10T23:28:00.000+05:30कल वल्डस्पेस के गंर्धव चैनल पर श्रुति शिरोङकर जी न...कल वल्डस्पेस के गंर्धव चैनल पर श्रुति शिरोङकर जी ने अपनी पसंद की एक से एक लाजवाब ठुमरियां सुनवा कर आनंदित कर दिया और आज आपके ब्लॉग पर यह प्रस्तुति, आनंद दुगुना हो गया। धन्यवाद।दीपा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/12130328147834660274noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-80039270455141931152008-05-10T16:03:00.000+05:302008-05-10T16:03:00.000+05:30मजा आ गया पश्चिमी वाद्य पर ठेठ हिन्दुस्तानी संगी...मजा आ गया पश्चिमी वाद्य पर ठेठ हिन्दुस्तानी संगीत सुनकर। तबला भी सुंदर है। यह पोस्ट आज के लिए ही बचाकर रखी थी। सप्ताहांत बढि़या रहेगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13363804793541137192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-90503188354393132482008-05-10T10:13:00.000+05:302008-05-10T10:13:00.000+05:30विमल जी, नायाब चीज़ सुनवाने के लिए कितना आभार व्यक्...विमल जी, नायाब चीज़ सुनवाने के लिए कितना आभार व्यक्त करूं?<BR/>आप ऐसे ही रत्न ढूंढ कर लाते रहें और हमारे दिन बनाते रहें.डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04367258649357240171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-16743351570299657602008-05-10T05:19:00.000+05:302008-05-10T05:19:00.000+05:30बाबू जी मार डाला!बाबू जी मार डाला!siddheshwar singhhttps://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-88737403408030019682008-05-10T03:01:00.000+05:302008-05-10T03:01:00.000+05:30अहा ! क्या लहककर और ठुमक कर बजा है बाजा। मज़ा आ गय...अहा ! क्या लहककर और ठुमक कर बजा है बाजा। मज़ा आ गया। ये राशिदखान साहेब इधर वाले तो कतई नहीं हैं। बहरहाल जो भी हों, बाजु बंद खुल खुल जाए और रसीले तोरे नैन सांवरिया... का एक साथ आनंद आ गया। अपन को बरसों से सेक्सोफोन और ट्रम्पेट एक साथ पसंद हैं। इसी चक्कर में अबतक दोनों में से एक भी नहीं खरीद पाए। अलबत्ता कालेज टाइम में स्पैनिश गिटार को सरोद के अंदाज़ में अपन ने कुछ दिन शास्त्रीय अंदाज़ में बजाना ज़रूर शुरू किया था , सचमुच मज़ा आता था....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-51863571496034170632008-05-10T00:14:00.000+05:302008-05-10T00:14:00.000+05:30शास्त्रीय संगीत का सुर-ताल-लय तो बिलकुल समझ नहीं प...शास्त्रीय संगीत का सुर-ताल-लय तो बिलकुल समझ नहीं पाता, लेकिन इस ठुमरी का संगीत कान में पड़ते ही जैसे अमृत घोल गया। इसके रसास्वादन के लिये किसी शास्त्र की जानकारी आवश्यक नहीं है। वाह! आनंद आ गया। इसका url खोजता हूँ।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-41829426048274424122008-05-09T23:29:00.000+05:302008-05-09T23:29:00.000+05:30बहुत आभार इसे सुनवाने का. आनन्द आ गया.————————आप ह...बहुत आभार इसे सुनवाने का. आनन्द आ गया.<BR/><BR/>————————<BR/><BR/>आप हिन्दी में लिखते हैं. अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं इस निवेदन के साथ कि नये लोगों को जोड़ें, पुरानों को प्रोत्साहित करें-यही हिन्दी चिट्ठाजगत की सच्ची सेवा है.<BR/><BR/>एक नया हिन्दी चिट्ठा किसी नये व्यक्ति से भी शुरु करवायें और हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें.<BR/><BR/>शुभकामनाऐं.<BR/><BR/>-समीर लाल<BR/>(उड़न तश्तरी)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-9446091884544474942008-05-09T21:02:00.000+05:302008-05-09T21:02:00.000+05:30बाजूबंद खुल खुल जाये....बस "बडे गुलाम अली खान" याद...बाजूबंद खुल खुल जाये....<BR/><BR/>बस "बडे गुलाम अली खान" याद आ गये, अभी इसके तुरंत बाद आज का दिन खान साहब के नाम करता हूँ ।<BR/><BR/>बहुत आभार इसे सुनाने का,<BR/><BR/>नीरजNeeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-11197212372319633312008-05-09T18:56:00.000+05:302008-05-09T18:56:00.000+05:30बेहद सुँदर रही ये ठुमरी -सुनवाने का शुक्रिया !- ला...बेहद सुँदर रही ये ठुमरी -<BR/>सुनवाने का शुक्रिया !<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-63703685067692067512008-05-09T17:26:00.000+05:302008-05-09T17:26:00.000+05:30अति सुंदर..दिल खुश कर दिया आपने !अति सुंदर..दिल खुश कर दिया आपने !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-18702929039587366342008-05-09T16:17:00.000+05:302008-05-09T16:17:00.000+05:30अफ़लातून भाई,इस रचना के बारे में जितनी भी जानकारी थ...अफ़लातून भाई,इस रचना के बारे में जितनी भी जानकारी थी लिख दिया है...इससे ज़्यादा मैं भी नहीं जानता अगर किसी को इस रचना के बारे में पता हो तो ज़रूर खुलासा करे हम भी व्यग्र है जानने को । आपका सबका शुक्रिया हमारे यहां आए....VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-15145712034822928752008-05-09T16:10:00.000+05:302008-05-09T16:10:00.000+05:30hamne to save kar li...laajavaab..shukriyaahamne to save kar li...laajavaab..shukriyaaपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-90140369205740824012008-05-09T15:58:00.000+05:302008-05-09T15:58:00.000+05:30तबले से सवाल-जवाब भी है । तबला किसने बजाया है ?तबले से सवाल-जवाब भी है । तबला किसने बजाया है ?अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-72379343797700671582008-05-09T15:18:00.000+05:302008-05-09T15:18:00.000+05:30ऐसा लगा जैसे मुम्बई की धूल और शोर भरी गलिओं में, ज...ऐसा लगा जैसे मुम्बई की धूल और शोर भरी गलिओं में, जाती हुई सांस को, किसी साज़ की गर्मी से नई ज़िंदगी मिल गईanjuhttps://www.blogger.com/profile/07780599890559985792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-88869519671458132962008-05-09T15:15:00.000+05:302008-05-09T15:15:00.000+05:30बेहतरीन है साहब! दिन बन गया. धन्यवाद!बेहतरीन है साहब! दिन बन गया. धन्यवाद!Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-4581841441137211452008-05-09T14:36:00.000+05:302008-05-09T14:36:00.000+05:30भाई विमलजी अदभुत.... अंग्रेज़ी बाजा हिन्दुस्तानी ठु...भाई विमलजी अदभुत.... अंग्रेज़ी बाजा हिन्दुस्तानी ठुमरी ......गनीमत है स्वरों को न बाँट पाया कोई हर जाती धर्म सम्प्रदाये और देशों में एक ही स्वरूप है ....आपकी खोज को और गति दें....संध्या रियाज़Unknownhttps://www.blogger.com/profile/11469372353587027605noreply@blogger.com