tag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post2414947590823525957..comments2023-10-29T13:05:28.570+05:30Comments on ठुमरी: कैरेबियन चटनी का स्वाद...भाग दो !!!VIMAL VERMAhttp://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-1681493353633913072008-06-13T20:43:00.000+05:302008-06-13T20:43:00.000+05:30kaaaaa sunaula bhaiya maja aa gail. auri sune ke m...kaaaaa sunaula bhaiya maja aa gail. auri sune ke man ba. <BR/>rajkumarraajhttps://www.blogger.com/profile/03936890200495712068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-74365859203880177952007-11-03T00:21:00.000+05:302007-11-03T00:21:00.000+05:30सुनाते जाइए हम सुनने से नहीं बाज आएगे.....सुनाते जाइए हम सुनने से नहीं बाज आएगे.....बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-10126681424501152152007-11-02T21:47:00.000+05:302007-11-02T21:47:00.000+05:30जबर्दस्त है । आपने बताया नहीं कहां से जुगाड़ा ये ...जबर्दस्त है । आपने बताया नहीं कहां से जुगाड़ा ये खजाना ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-50616045062339945902007-11-02T21:27:00.000+05:302007-11-02T21:27:00.000+05:30मजा आ गया भाई फिर से. जारी रखो सिरिज.मजा आ गया भाई फिर से. जारी रखो सिरिज.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-6225471265312570532007-11-02T19:54:00.000+05:302007-11-02T19:54:00.000+05:30पहली धुन गारी की है जबकि दूसरी शायद सोहर की धुन है...पहली धुन गारी की है जबकि दूसरी शायद सोहर की धुन है। गजबै है सुंदर है।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-70203852693658971092007-11-02T15:43:00.000+05:302007-11-02T15:43:00.000+05:30बहुत बढिया!बुधराम जी और अन्य कलाकारों के और लोकगीत...बहुत बढिया!बुधराम जी और अन्य कलाकारों के और लोकगीत सुनवाने की फरमाईश करता हूँ।नितिन | Nitin Vyashttps://www.blogger.com/profile/14367374192560106388noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-88069259894702204642007-11-02T15:29:00.000+05:302007-11-02T15:29:00.000+05:30विमल बाबूगजबै है. आनंद में सराबोर कर दिया आपने, भौ...विमल बाबू<BR/>गजबै है. आनंद में सराबोर कर दिया आपने, भौजइया बनावे हलवा सबसे अच्छा था लेकिन बाकी सब अच्छे हैं. इन गानों को सुनकर लगता है कि ऑर्गेनिक भारतीय संगीत, देसी संगीत सुनने के लिए अब कैरिबियन का सहारा लेना पड़ेगा, जहाँ भारतीय तरंग में बजते भारतीय साज हैं, और गायिकी में माटी की गंध है, सानू वाली बनावट नहीं है. मॉर्डन चटनी म्युज़िक में रॉक पॉप स्टाइल का संगीत सुनाई देता है, भारत में लोकसंगीत या तो बाज़ार के चक्कर के भोंडा हो चुका है या फिर उसमें भी लोकसंगीत के नाम पर ऑर्गेन और सिंथेसाइज़र, ड्रम,बॉन्गो बज रहे हैं. भारतीय इस अनमोल संगीत को बाँटने के लिए आपको बहुत पुन्न मिलेगा.अनामदासhttps://www.blogger.com/profile/06852915599562928728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2382589589569560500.post-40688734357410817212007-11-02T14:17:00.000+05:302007-11-02T14:17:00.000+05:30विमल भाई सचमुच सहगल साहब जिन्दा होते इसी तरह गाते।...विमल भाई <BR/>सचमुच सहगल साहब जिन्दा होते इसी तरह गाते। बहुत बढ़िया गाने हैं यह भी। परन्तु भाग एक के सोनार तेरे सोना... और छट्ठी के दिन.... जैसा मजा नहीं आया। <BR/>फिर भी बुधराम जी के और गाने सुनवाने की फरमाईश करता हूँ। <BR/>धन्यवादSagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.com