Friday, July 27, 2007

ऐसे तो न सोओ

नाक से जो ध्वनि निकलती है हमारी तरफ़ उसे खर्राटा कहते हैं। ये खर्राटे तरह-तरह के होते हैं- इसका नज़ारा रात में देखते ही बनता है। आपको नज़दीक से देखना है तो किसी सूनसान रेलवे स्टेशन के प्लेट्फ़ार्म या किसी रेलवे के विश्राम ग्रृह में या किसी शादी में थककर सोती पूरी की पूरी बारात... इन सब जगहों पर खर्राटे की अलग-अलग झांकियां आपको देखने को मिल जाएंगी। सफ़र मे बस, ट्रेन या कार में भी आपको खर्राटे लेने वाली अलग-अलग किस्‍म की श्रेणियां आपको देखने को मिल जायेंगी...

फिर कभी ये भी होता है कि यह घटना आपही के साथ घटित हो तो आप चकित रह जाते हैं। एक घटना बताऊं क्या हुआ कि मित्रो के साथ बस में कही घूमने जा रहे थे... गन्तव्य तक बस को चार से पांच घण्टे मे पहुंचना था। बस भी बड़ी आरामदेह थी.. कुछ ही पलों मे नींद पलकों पर सवार... कब सोया पता ही नही चला। बगल मे बैठे मित्र ने कुहनी मार के जगाया और कहा "बहुत तेज़ खर्रटा है आपका" मैं सोचने लगा कि घर में छोटी सी खटकन से नींद टूट जाती है और ये कह रहे हैं "खर्राटा बहुत तेज़ है तुम्हारा"... इस बात पर चकित था कि आज तक मैने तो अपने आप को खर्राटे भरते देखा ही नही और इन्होने देख लिया ये कैसे हो सकता है? तभी किसी ने अपना मोबाइल फ़ोन निकाला और उसका वीडियो ऑन कर दिया जो मैने दृश्‍य देखा तो बड़ी शर्मिदगी महसूस हुई। वीडियो मे जो मैने देखा कि मेरा मुंह अजीब तरीके से खुला हुआ है जाती-आती सांस से अलग-अलग ध्वनियां निकल रही है और मै चैन से सो रहा हूं। उस सीन को देख कर ये पता चला कि दूसरों के खर्राटे पर मज़ाक बनाने वाला खुद भी खर्राटा लेता है... वह भी ऐसा? वीभत्स रस हो जैसे.. वाकई मुझे ये तो आजतक पता ही नहीं था कि मै भी सोते समय खर्राटे भरता हूं... वो भी भर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र... शिट्त्त्त्त्त्त!!!

5 comments:

Arun Arora said...

खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्..और् हम भी सो गये..:)

Udan Tashtari said...

खर्र..खर्र....हमारी तरफ भी खर्राटे ही कहते हैं और इस कॉम्पटिशन में हम गोल्ड मेडल धारक हैं. :)

Yunus Khan said...

ऊपर वाले का शुक्र है । न हम और ना हमारे आसपास कोई करता है खर्र खर्र खर्र
खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र खर्र

ajai said...

nidra me leen aadmi to bada sukhi hota hai .aaj ke is tanav bhari jindagi mein agar koyi achchi neend
le raha hai to achcha hi hai.Rahi baat kharraton ki to iska matlab hai ki wo sirf nidra me leen hai chirnidra me nahi.ek sher gaur farmaye-
neend to dard ke bistar pe bhi aa sakti hai,
uske pahloo me sar ho ye jaroori to nahi.

उम्दा सोच said...

अच्छा तो आप को खर्राटे आते है? भाई कही मुझे भी तो नही आते ? अब नींद मे जाग कर देखना होगा। लेकिन अरुण जी की ध्वनी अच्छी लगी
खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र्र्खर्र्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर!!!!!!!!

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