आज सुबह से ही किशोर कुमार के गाये गीत रेडियो पर करीब करीब हर स्टेशन पर बज रहे हैं … किशोर कुमार जी का आज जन्म दिन है और मैं इस मौके पर उनसे जुड़ी एक घटना को याद करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दर्ज़ करना चाहता हूँ ।
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बात 1956 की है हिन्दी फिल्म “रागिनी” के संगीत निर्देशक थे श्री ओ.पी नैय्यर और इस फ़िल्म में किशोर कुमार, अशोक कुमार और पद्मिनी ने अभिनय किया था, इसी फ़िल्म “रागिनी” का एक सीन जिसमें किशोर जी पर एक शास्त्रीय गीत फ़िल्माया जाना था्…… तो ऐसी स्थिति में किशोर साहब ने रफ़ी साहब से मिलकर उस गीत को गाने का आग्रह किया था …ऐसा नहीं कि किशोर कुमार शास्त्रीय गीत गा नहीं सकते थे लेकिन मैं चकित इसी बात से हूँ कि ऐसा उन्होंने क्यों कर किया होगा ? …आज तो सभी जगह किशोर कुमार को याद करते हुए उनके गाने हर तरफ़ बज रहे हैं पर आज ठुमरी पर इस वीडियो को चिपका रहा हूँ जिसके इस सीन में किशोर कुमार के लिये मोहम्मद रफ़ी साहब अपनी आवाज़ दे रहे हैं, …किशोर कुमार जी के जन्म दिन पर आज रफ़ी साहब को सुनते हुए किशोर दा को श्रद्धांजलि।यहाँ चटका लगा के "रागिनी" फ़िल्म के इस गीत "मन मोरा बांवरा" आप सुन सकते है……अगर धैर्य धारण रखें तो यू-ट्यूब के इस लिंक को आप बफ़र करने के बाद सुने… आनन्द आयेगा |
1 comment:
ये किशोर दा के महान सोच को दर्शाता है ,उनको
लगा होगा की रफी साहब इसे बेहतर गा सकते हैं |
कहीं कोइ ईगो नहीं की मेरे लिए कोइ दूसरा क्यों गाये|
आपको धन्यवाद इस शानदार और अलहदा
प्रस्तुति के लिए |
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